नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। संकट ते हनुमान छुडावे, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे।। हनुमान जयंती के पावन पर्व की शुभकामनायें!
करो कृपा मुझ पर हे हनुमान, जीवन-भर करूं मैं तुम्हे प्रणाम; जग में सब तेरे ही गुण गाते हैं, हरदम चरणों में तेरे शीश नवाते हैं! हनुमान जयंती की शुभकामनाएं!
राम का हूं भक्त मैं रूद्र का अवतार हूं, अंजनी का लाल हूं मैं दुर्जनों का काल हूं, साधुजन के साथ हूं मैं निर्बलो की आस हूं, सद्गुणों का मान हूं मैं हां मैं वीर हनुमान हूं, हनुमान जयंती की सभी भक्तों को प्रणाम!
भूत पिशाच निकट नहीं आवे. महावीर जब नाम सुनावे. नासाये रोग हरे सब पीरा. जपत निरंतर हनुमत वीरा! हनुमान जयंती की बधाई!
अर्ज़ मेरी सुनो अंजनी के लाल, काट दो मेरे घोर दुखों का जाल; तुम हो मारुती-नन्दन, दुःख-भंजन और निरंजन; करूं मैं आपको दिन रात वन्दन! हनुमान जयंती की शुभ कामनायें!
आया जन्म दिवस राम भक्त हनुमान का, अंजनी के लाल का, पवन पुत्र हनुमान का, लगाओ सब मिलकर जयकारा हनुमान का, सबको बधाई हो जन्मदिवस भगवान का!
जला दी लंका रावण की मैया सीता को लाये तुम, पड़ी जब मुश्किल, लक्ष्मण को भी बचाए तुम, आओ अब आ भी जाओ पवन पुत्र हम तुम्हे बुलाते हैं, इस संकट की घडी में संकटमोचन बन हमें भी बचाओ तुम! हनुमान जयंती की शुभकामनायें!
आया जन्म दिवस राम भक्त हनुमान का, अंजनी के लाल का, पवन पुत्र हनुमान का; लगाओ सब मिलकर जयकारा हनुमान का, सबको शुभ हो जन्मदिवस भगवान का! हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई!
नासे रोग हरे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। संकट ते हनुमान छुडावे, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे।। हनुमान जयंती के पावन पर्व की शुभकामनायें!
करो कृपा मुझ पर हे हनुमान, जीवन-भर करूं मैं तुम्हे प्रणाम; जग में सब तेरे ही गुण गाते हैं, हरदम चरणों में तेरे शीश नवाते हैं! हनुमान जयंती की शुभकामनाएं!
राम का हूं भक्त मैं रूद्र का अवतार हूं, अंजनी का लाल हूं मैं दुर्जनों का काल हूं, साधुजन के साथ हूं मैं निर्बलो की आस हूं, सद्गुणों का मान हूं मैं हां मैं वीर हनुमान हूं, हनुमान जयंती की सभी भक्तों को प्रणाम!
भूत पिशाच निकट नहीं आवे. महावीर जब नाम सुनावे. नासाये रोग हरे सब पीरा. जपत निरंतर हनुमत वीरा! हनुमान जयंती की बधाई!